सहाबा से द्वेष रखने का हुक्म
सामान्य कार्ड
शीर्षक : सहाबा से द्वेष रखने का हुक्म
भाषा: हिन्दी
मुफ्ती: मुहम्मद सालेह अल-मुनज्जिद
संशोधक: अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह
के प्रकाशन से: साइट इस्लाम प्रश्न एंव उत्तर www.islam-qa.com
संक्षिप्त विवरण: मैं एक आदमी के साथ सम्मानित सहाबा रज़ियल्लाहु अन्हुम के बारे में बात चीत कर रहा था, उसने मुझसे कहा : हम में से कोई भी व्यक्ति किसी भी सहाबी को नापसंद कर सकता है और यह इस्लाम के विरूद्ध नहीं है, -इस्लाम से नहीं टकराता है, तथा उसने कहा : हो सकता है कि यह -अर्थात् सहाबा से घृणा - उस आदमी को ईमान के दायरे से बाहर कर दे, परंतु वह इस्लाम के दायरे में बाक़ी रहता है। इसलिए हम आप से अनुरोध करते हैं कि इस मामले को स्पष्ट करे।
वृद्धि की तिथि: 2015-05-06
संक्षिप्त लिंक: http://IslamHouse.com/885658
यह शीर्षक विषय के एतिबार से निम्नलिखित वर्गीकरण के अंतर्गत वर्गीकृत है :
यह कार्ड निम्नलिखित भाषाओं में अनुवादित है : अरबी