ज़कातुल फित्र का हुक्म
सामान्य कार्ड
शीर्षक : ज़कातुल फित्र का हुक्म
भाषा: हिन्दी
अनुवादक: अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह
संक्षिप्त विवरण: क्या यह हदीस सहीह है कि "रमज़ान का रोज़ा उठाया नहीं जाता यहाँ तक कि ज़कातुल फित्र अदा कर दिया जाये" ?
और यदि मुसलमान रोज़ेदार ज़रूरतमंद है, ज़कात के निसाब का मालिक नहीं है तो क्या उक्त हदीस के सहीह होने के कारण या उसके अलावा अन्य सुन्नत से प्रमाणित सही शरई प्रमाण के कारण उस पर ज़कातुल फित्र का भुगतान करना अनिवार्य है ?
और यदि मुसलमान रोज़ेदार ज़रूरतमंद है, ज़कात के निसाब का मालिक नहीं है तो क्या उक्त हदीस के सहीह होने के कारण या उसके अलावा अन्य सुन्नत से प्रमाणित सही शरई प्रमाण के कारण उस पर ज़कातुल फित्र का भुगतान करना अनिवार्य है ?
वृद्धि की तिथि: 2010-09-11
संक्षिप्त लिंक: http://IslamHouse.com/321256
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यह कार्ड निम्नलिखित भाषाओं में अनुवादित है : अरबी
यह भी देखें ( 3 )
ज़कातुल फित्र की मात्रा ( हिन्दी )
ज़कातुल फित्र को उसके समय से विलंब करना ( हिन्दी )
ज़कातुल फित्र निकालने का समय ( हिन्दी )