हुक्म न जानने के कारण रमज़ान के दिन में अपनी पत्नी से कई बार संभोग कर लेने वाले का हुक्म

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शीर्षक : हुक्म न जानने के कारण रमज़ान के दिन में अपनी पत्नी से कई बार संभोग कर लेने वाले का हुक्म
भाषा: हिन्दी
मुफ्ती: अब्दुल अज़ीज़ बिन अब्दुल्लाह बिन बाज़
अनुवादक: अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह
के प्रकाशन से: इस्लामी आमन्त्रण एंव निर्देश कार्यालय रब्वा, रियाज़, सऊदी अरब
संक्षिप्त विवरण: उस आदमी का क्या हुक्म है जिसने रमज़ान के दिन में रोज़े की हालत में अपनी पत्नी से कई बार संभोग कर लिया, फिर उसने बाद में सुना कि रोज़े की हालत में संभोग करना जाइज़ नहीं है ?
वृद्धि की तिथि: 2010-08-29
संक्षिप्त लिंक: http://IslamHouse.com/320729
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हुक्म न जानने के कारण रमज़ान के दिन में अपनी पत्नी से कई बार संभोग कर लेने वाले का हुक्म
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हुक्म न जानने के कारण रमज़ान के दिन में अपनी पत्नी से कई बार संभोग कर लेने वाले का हुक्म
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