जब ग्रहण एक प्राकृतिक घटना है तो हम क्यों डरते और नमाज़ पढ़ते हैं ?
सामान्य कार्ड
शीर्षक : जब ग्रहण एक प्राकृतिक घटना है तो हम क्यों डरते और नमाज़ पढ़ते हैं ?
भाषा: हिन्दी
मुफ्ती: मुहम्मद सालेह अल-मुनज्जिद
अनुवादक: अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह
संक्षिप्त विवरण: अब यह ज्ञात हो गया है कि ग्रहण एक सामान्य प्रक्रिया है जो एक ऐसी अवधि में होता है जिस में चाँद, सूरज और पृथ्वी के बीच में आ जाता है। (जिस के घटित होने का समय पहले से जाना जा सकता है).
तो फिर नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम उस समय नमाज़ क्यों पढ़ते थे ? हालांकि यह किसी नुक़सान का कारण नहीं बनता है।
तो फिर नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम उस समय नमाज़ क्यों पढ़ते थे ? हालांकि यह किसी नुक़सान का कारण नहीं बनता है।
वृद्धि की तिथि: 2010-01-16
संक्षिप्त लिंक: http://IslamHouse.com/264813
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