इस्लाम ने समलैंगिकता को क्यों वर्जित किया है?
सामान्य कार्ड
शीर्षक : इस्लाम ने समलैंगिकता को क्यों वर्जित किया है?
भाषा: हिन्दी
मुफ्ती: मुहम्मद सालेह अल-मुनज्जिद
अनुवादक: अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह
संक्षिप्त विवरण: समलैंगिकता (Homosexuality and Lesbianism) को इस्लाम में हराम (वर्जित) क्यों समझा जाता है? मैं जानता हूँ कि यह हराम (निषिद्ध) है किन्तु इसका कारण क्या है? और क़ुर्आन और हदीस में इसके बारे में क्या वर्णन हुआ है?
वृद्धि की तिथि: 2009-07-17
संक्षिप्त लिंक: http://IslamHouse.com/223544
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