यात्री का रोज़े की अवस्था में अपनी पत्नी से सम्भोग कर लेने का हुक्म
सामान्य कार्ड
शीर्षक : यात्री का रोज़े की अवस्था में अपनी पत्नी से सम्भोग कर लेने का हुक्म
भाषा: हिन्दी
मुफ्ती: मुहम्मद बिन सालेह अल-उसैमीन
अनुवादक: अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह
संशोधक: शफीक़ुर्रहमान ज़ियाउल्लाह मदनी
संक्षिप्त विवरण: एक आदमी रात के समय अब्हा से मक्का आया, सुबह के समय शैतान ने उसके दिल में वस्वसा डाल दिया और उस ने अपनी पत्नी से सम्भोग कर लिया तो उसका क्या हुक्म है?
वृद्धि की तिथि: 2008-09-03
संक्षिप्त लिंक: http://IslamHouse.com/174609
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