बिना कारण रमज़ान में रोज़ा तोड़ने का हुक्म
सामान्य कार्ड
शीर्षक : बिना कारण रमज़ान में रोज़ा तोड़ने का हुक्म
भाषा: हिन्दी
मुफ्ती: मुहम्मद बिन सालेह अल-उसैमीन
अनुवादक: अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह
संशोधक: शफीक़ुर्रहमान ज़ियाउल्लाह मदनी
संक्षिप्त विवरण: जिस आदमी ने बिना किसी कारण रमज़ान के रोज़े की अनिवार्यता से अनवगत होने के सबब कुछ दिनों का रोज़ा नहीं रखा तो क्या उस पर कज़ा वाजिब है?
वृद्धि की तिथि: 2008-09-03
संक्षिप्त लिंक: http://IslamHouse.com/174584
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