उस आदमी की ओर से हज्ज का हुक्म जिसने लापरवाही से हज्ज नहीं किया
सामान्य कार्ड
शीर्षक : उस आदमी की ओर से हज्ज का हुक्म जिसने लापरवाही से हज्ज नहीं किया
भाषा: हिन्दी
मुफ्ती: मुहम्मद बिन सालेह अल-उसैमीन
संशोधक: अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह
संक्षिप्त विवरण: आदरणीय शैख मुहम्मद बिन सालेह अल-उसैमीन रहिमहुल्लाह से प्रश्न किया गया कि एक आदमी की मृत्यु हो गयी और उसने हज्ज नहीं किया, जबकि वह चालीस साल का था और हज्ज करने पर सक्षम था। हालांकि वह पाँच समय की नमाज़ों की पाबंदी करनेवाला थ। वह हर साल कहता था कि : इस साल मैं हज्ज करूँगा। उसकी मृत्यु हो गयी और उसके वारिस हैं, तो क्या उसकी तरफ से हज्ज किया जायेगा? और क्या उसके ऊपर कोई चीज़ अनिवार्य है?
वृद्धि की तिथि: 2014-08-24
संक्षिप्त लिंक: http://IslamHouse.com/722929
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