सफ़र के महीने से अपशकुन लेना जाहिलियत के कामों में से है

फतावे सामान्य कार्ड
शीर्षक : सफ़र के महीने से अपशकुन लेना जाहिलियत के कामों में से है
भाषा: हिन्दी
मुफ्ती: अब्दुल अज़ीज़ बिन अब्दुल्लाह बिन बाज़
अनुवादक: अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह
के प्रकाशन से: इस्लामी आमन्त्रण एंव निर्देश कार्यालय रब्वा, रियाज़, सऊदी अरब
संक्षिप्त विवरण: अक्सर दोहराया जाता रहता है कि सफर का महीना नहूसत (अपशगुन, दुर्भाग्य) का महीना है, जिससे कुछ अवाम बहुत से मामलों में अपशकुन लेते हैं। चुनाँचे उदाहरण के तौर पर इस महीने में निकाह नहीं किया जाता है, इसी तरह कुछ लोगों का मानना है कि निकाह की सभा में लकड़ी तोड़ना या रस्सियों में गाँठ लगाना और उंगलियों में उंगलियाँ डालना जायज़ नहीं है ; क्योंकि इसकी वजह से यह विवाह विफल हो जायेगा और पति-पत्नी के बीच सामंजस्य नहीं बन पायेगा।
चूँकि यह अक़ीदा को प्रभावित करता है, इसलिए कृपया नसीहत (सदुपदेश) करें और इस बारे में शरई प्रावधान स्पष्ट करें। अल्लाह तआला सभी लोगों को उस चीज़ की तौफीक़ प्रदान करने जिसे वह पसंद करता है और उससे प्रसन्न होता है।
वृद्धि की तिथि: 2013-12-21
संक्षिप्त लिंक: http://IslamHouse.com/451182
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यह कार्ड निम्नलिखित भाषाओं में अनुवादित है : अरबी
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सफ़र के महीने से अपशकुन लेना जाहिलियत के कामों में से है
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