रोज़े की नीयत रात ही में करना

फतावे सामान्य कार्ड
शीर्षक : रोज़े की नीयत रात ही में करना
भाषा: हिन्दी
मुफ्ती: स्थायी समिति वैज्ञानिक अनुसंधान, इफ्ता, दावत एंव निर्देश
अनुवादक: अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह
के प्रकाशन से: इस्लामी आमन्त्रण एंव निर्देश कार्यालय रब्वा, रियाज़, सऊदी अरब
संक्षिप्त विवरण: क्या रमज़ान के रोज़े की नीयत रात में करना ज़रूरी है, या दिन के समय, जैसे कि अगर आप से चाश्त के समय कहा जाये कि आज का दिन रमज़ान का है, तो क्या आप उसकी क़ज़ा करें गे या नहीं ?
वृद्धि की तिथि: 2010-08-29
संक्षिप्त लिंक: http://IslamHouse.com/320727
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सामग्री के संलग्न ( 2 )
1.
रोज़े की नीयत रात ही में करना
152.8 KB
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2.
रोज़े की नीयत रात ही में करना
2.2 MB
: रोज़े की नीयत रात ही में करना.doc
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