पंद्रह शाबान की रात को विशिष्ट रूप से खैरात करना
सामान्य कार्ड
शीर्षक : पंद्रह शाबान की रात को विशिष्ट रूप से खैरात करना
भाषा: हिन्दी
अनुवादक: अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह
संक्षिप्त विवरण: मेरे पिता ने अपने जीवन में मुझे यह वसीयत की थी कि मैं अपनी यथा शक्ति प्रति वर्ष पंद्रह शाबान की रात को खैरात किया करूँ। और वास्तव में, अभी तक मैं ऐसा करता रहा हूँ। किन्तु कुछ लोगों ने इस पर मेरी निंदा करते हुए कहा कि ऐसा करना आप के लिए वैध नहीं है। प्रश्न यह है कि क्या मेरे पिता की वसीयत के अनुसार पंद्रहवीं शाबान की रात को यह खैरात करना जाइज़ है, या जाइज़ नहीं है ? हमें शरीअत के हुक्म की जानकारी प्रदान करें, सर्वशक्तिमान अल्लाह आप को अच्छा बदला दे।
वृद्धि की तिथि: 2010-07-28
संक्षिप्त लिंक: http://IslamHouse.com/318405
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यह कार्ड निम्नलिखित भाषाओं में अनुवादित है : अरबी
यह भी देखें ( 2 )
पंद्रह शाबान की फज़ीलत में क्या वर्णित है ( हिन्दी )